ऑस्ट्रेलिया में 38 साल बाद भारतीय ओपनर्स का जलवा: यशस्वी और राहुल ने रचा इतिहास

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Ind vs Aus: ऑस्ट्रेलिया की धरती पर भारतीय क्रिकेट का एक नया अध्याय जुड़ गया है। पर्थ में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने ऐसी ओपनिंग साझेदारी की, जिसने रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कर लिया। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे दिन 172 रन की नाबाद साझेदारी की, जो पिछले 38 साल में ऑस्ट्रेलिया में किसी भारतीय ओपनिंग जोड़ी द्वारा की गई सबसे बड़ी साझेदारी है।

38 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा

इससे पहले यह कारनामा 1986 में सुनील गावस्कर और के. श्रीकांत ने मेलबर्न टेस्ट में किया था, जब उन्होंने 191 रन की साझेदारी की थी। यशस्वी और केएल राहुल की जोड़ी ने शनिवार को मैदान पर जिस संयम और आक्रामकता का प्रदर्शन किया, वह गावस्कर और श्रीकांत की याद दिला गया। अगर इन दोनों का यह प्रदर्शन जारी रहा, तो पूरी संभावना है कि रविवार को वे 191 रन के इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड को भी तोड़ देंगे।

भारतीय टीम का जबरदस्त प्रदर्शन

भारतीय टीम ने पहले दिन बल्लेबाजी में संघर्ष करते हुए सिर्फ 150 रन बनाए थे। हालांकि, दूसरे दिन टीम ने शानदार वापसी की। भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 104 रन पर ढेर कर दिया। इसके बाद यशस्वी और केएल राहुल ने मोर्चा संभाला और पर्थ की चुनौतीपूर्ण पिच पर टिककर बल्लेबाजी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। भारत अब ऑस्ट्रेलिया पर 218 रन की बढ़त बना चुका है।

द्रविड़-लक्ष्मण की यादें ताजा

पर्थ टेस्ट में यशस्वी और केएल राहुल की साझेदारी ने क्रिकेट प्रेमियों को 2001 के कोलकाता टेस्ट की याद दिला दी। उस मुकाबले में राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण ने फॉलोऑन खेलते हुए पूरे दिन बल्लेबाजी कर भारत को हार से बचाया था। पर्थ की मुश्किल पिच पर यशस्वी और राहुल ने भी ऐसा ही संयम और धैर्य दिखाया। ऑस्ट्रेलिया ने इन दोनों को आउट करने के लिए अपने 7 गेंदबाज आजमाए, लेकिन किसी को सफलता नहीं मिली।

ऐतिहासिक ओपनिंग रिकॉर्ड

यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में सिर्फ चौथी बार हुआ है, जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों ओपनर्स ने 50 से ज्यादा रन बनाए। इससे पहले यह कारनामा तीन बार 1980 के दशक में हुआ था, जिनमें से हर बार सुनील गावस्कर एक छोर पर मौजूद थे। 1981 में गावस्कर ने चेतन चौहान के साथ 85 और 70 रनों की साझेदारी की थी। वहीं, 1986 में उन्होंने के. श्रीकांत के साथ दो बार 100 से ज्यादा की साझेदारी कर भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयां दी थीं।

यशस्वी और राहुल की शानदार फॉर्म

यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल की इस साझेदारी ने भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊर्जा दी है। यशस्वी ने अपने डेब्यू के बाद से ही लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है, वहीं केएल राहुल ने अपनी अनुभव और तकनीक का बेहतरीन प्रदर्शन किया। दोनों बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया की तेज गेंदबाजी आक्रमण का डटकर सामना किया और प्रशंसकों को भरोसा दिलाया कि भारत का भविष्य सुरक्षित हाथों में है।

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